निवेशकों में भू-राजनीतिक तनाव गहराने की आशंका
14 जून 2025 | BIZ DESK
दुनिया भर के शेयर बाजारों में शुक्रवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली, जब इज़राइल ने ईरान पर सैन्य हमला किया। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम ने एशिया और यूरोप के प्रमुख शेयर सूचकांकों में भारी बिकवाली को जन्म दिया, क्योंकि निवेशक इस बात को लेकर चिंतित हो गए कि कहीं यह टकराव क्षेत्रीय युद्ध में न बदल जाए।
ईरान के सैन्य ठिकानों पर इज़राइल का हमला
सूत्रों के अनुसार, इज़राइली सेना ने ईरान के परमाणु ठिकानों, बैलिस्टिक मिसाइल निर्माण इकाइयों और शीर्ष सैन्य कमांडरों के ठिकानों को निशाना बनाया। हालांकि इज़राइल ने आधिकारिक रूप से हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन क्षेत्रीय मीडिया और खुफिया सूत्रों ने इसे सत्यापित किया है।
ईरान ने इस हमले का ‘कड़ा बदला’ लेने की चेतावनी दी है, जिससे ऊर्जा संपन्न इस क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ने और वैश्विक तेल आपूर्ति बाधित होने की आशंका है।
एशियाई बाजारों में भारी गिरावट
एशिया के लगभग सभी प्रमुख बाज़ार लाल निशान में बंद हुए:
- जापान का निक्केई 225 सूचकांक 0.9% गिरा।
- दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक 0.8% नीचे गया।
- चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.7% लुढ़का।
- हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक में 0.6% की गिरावट।
- सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स सूचकांक 0.2% गिरकर बंद हुआ।
विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक अब सुरक्षित परिसंपत्तियों जैसे सोना, अमेरिकी बॉन्ड और डॉलर की ओर रुख कर रहे हैं।
यूरोपीय बाज़ारों में भी कमजोरी
यूरोपीय व्यापार सत्र की शुरुआत भी नकारात्मक रही:
- जर्मनी का DAX सूचकांक 1.2% गिरा।
- फ्रांस का CAC 40 सूचकांक 0.9% नीचे।
- लंदन का FTSE 100 में 0.23% की गिरावट (इंट्रा-डे)।
विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम एशिया में कोई भी उथल-पुथल यूरोप की ऊर्जा आपूर्ति को प्रभावित कर सकती है।
तेल की कीमतों में उछाल, सोना चमका
- ब्रेंट क्रूड की कीमतें 3% बढ़ीं और $90 प्रति बैरल के पार पहुंचीं।
- सोने की कीमतें 2% ऊपर जाकर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं।
विशेषज्ञ बोले: अनिश्चितता बनी रहेगी
ग्लोबलव्यू सिक्योरिटीज के रिसर्च प्रमुख अरविंद सक्सेना के अनुसार, “यह एक क्लासिक भू-राजनीतिक जोखिम का मामला है। निवेशक फिलहाल सतर्क रहेंगे और बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।”
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपील
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस मुद्दे पर आपात बैठक बुलाई है। अमेरिका, रूस और चीन सहित कई देशों ने संयम बरतने की अपील की है।
इज़राइल-ईरान तनाव ने वैश्विक बाजारों को हिला कर रख दिया है। जब तक हालात सामान्य नहीं होते, तब तक निवेशकों को अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।