Last Updated on October 24, 2025 5:12 pm by BIZNAMA NEWS
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केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया है कि भारत किसी भी व्यापार समझौते को करने में जल्दबाजी नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारत ऐसे सौदे चाहता है जो ‘निष्पक्ष (Fair) और न्यायसंगत (Equitable)’ हों, न कि वे जो देश के व्यापारिक विकल्पों को सीमित करें।
जर्मनी के बर्लिन ग्लोबल डायलॉग सम्मेलन में बोलते हुए, गोयल ने जोर दिया कि भारत की व्यापार नीति दीर्घकालिक सोच (Long-term vision) पर आधारित है। व्यापार समझौते सिर्फ टैरिफ और कीमतों तक सीमित नहीं होते, बल्कि भरोसे और साझेदारी पर टिके होते हैं।
मुख्य बातें:
जल्दबाजी से इनकार: गोयल ने साफ कहा कि भारत अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर चल रही बातचीत को जल्दबाजी में साइन नहीं करेगा। उन्होंने इसे आने वाले वर्षों की साझेदारी का सवाल बताया।
मतभेद बरकरार: FTA वार्ता में बाजार तक पहुंच, पर्यावरण मानक और उत्पादों की उत्पत्ति के नियमों जैसे मुद्दों पर अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ मतभेद बने हुए हैं।
सस्ता तेल जरूरी: रूस से सस्ता तेल खरीदने को लेकर पश्चिमी देशों के दबाव पर गोयल ने कहा कि आम लोगों को सस्ती ऊर्जा और देश की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह भारत के लिए जरूरी है।
बातचीत जारी: उन्होंने बताया कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ताएं सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं, और जल्द ही एक निष्पक्ष और संतुलित समझौते की उम्मीद है।
EU समझौते पर प्रतिबद्धता: जर्मनी दौरे पर गोयल ने भारत-ईयू फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को जल्द पूरा करने के लिए दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता दोहराई।

