BIZNAMA
घरेलू शेयर बाज़ार में गुरुवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) सुधारों को लेकर शुरुआती उत्साह देखने को मिला, लेकिन बाद में मुनाफावसूली और आईटी शेयरों की कमज़ोरी ने तेज़ी पर ब्रेक लगा दिया।
सुबह के कारोबार में सेंसेक्स 900 अंक से ज़्यादा की बढ़त के साथ 81,456.67 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन बाद में इसने अपनी ज़्यादातर बढ़त गंवा दी। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 150.30 अंक या 0.19 फीसदी की बढ़त के साथ 80,718.01 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 19.25 अंक या 0.08 फीसदी की बढ़त के साथ 24,734.30 पर बंद हुआ।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अजीत मिश्रा ने कहा, “बाजार में आज उतार-चढ़ाव देखने को मिला और यह मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। जीएसटी सुधारों से बाज़ार को सहारा मिला। निफ्टी की शुरुआत ऑटो और उपभोक्ता वस्तुओं के शेयरों में तेज़ी के साथ हुई, लेकिन दिन बढ़ने के साथ चुनिंदा बड़े शेयरों में मुनाफावसूली के कारण सूचकांक नीचे आया।”
सेक्टर-वार प्रदर्शन:
- तेज़ी वाले सेक्टर: ऑटो, फाइनेंशियल और एफएमसीजी (FMCG) शेयरों में बढ़त रही।
- कमज़ोरी वाले सेक्टर: आईटी, एनर्जी और रियल्टी सेक्टर के शेयर फिसले।
ब्रोडर मार्केट में कमज़ोरी रही, जिसमें निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.71 फीसदी और निफ्टी मिडकैप 100 में 0.57 फीसदी की गिरावट आई।
प्रमुख शेयर:
- सेंसेक्स में तेज़ी वाले शेयर: महिंद्रा एंड महिंद्रा, ट्रेंट, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एशियन पेंट्स लाभ में रहे।
- सेंसेक्स में कमज़ोरी वाले शेयर: मारुति सुजुकी, बीईएल, एचसीएल टेक, पावरग्रिड, इंफोसिस, एनटीपीसी, कोटक बैंक, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और अल्ट्राटेक सीमेंट लाल निशान में बंद हुए।
विश्लेषकों का कहना है कि जीएसटी 2.0 सुधारों से खपत आधारित सुधार की संभावना मज़बूत हुई है, जिसका सबसे ज़्यादा फायदा ऑटो और उपभोक्ता वस्तु कंपनियों को होने की उम्मीद है। ग्रामीण प्रोत्साहन से जुड़े चुनिंदा मेटल और इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरों पर भी ध्यान रहने की उम्मीद है।
इस बीच, रुपये में भी कमज़ोरी देखने को मिली और यह 0.07 की गिरावट के साथ 88.11 पर बंद हुआ। सुधारों के बावजूद विदेशी संस्थागत निवेशक बाज़ार में शुद्ध विक्रेता बने रहे।