लगातार गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को मजबूती के साथ वापसी की। बैंकिंग हैवीवेट्स में वैल्यू बाइंग के चलते बाजार में तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 442.61 अंक या 0.54% की बढ़त के साथ 82,200.34 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 122.30 अंक या 0.49% की बढ़त के साथ 25,090.70 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स ने हरे निशान में 81,918.53 से कारोबार की शुरुआत की, लेकिन दिनभर के कारोबार में उतार-चढ़ाव रहा और यह 81,518.66 का निचला स्तर छूने के बाद संभला।
सेक्टोरल प्रदर्शन और प्रमुख शेयर
बैंकिंग सेक्टर ने तेजी की अगुवाई की। बैंक निफ्टी 430 अंक या 1.62% चढ़ा। वहीं निफ्टी ऑटो इंडेक्स में भी 160 अंकों या 0.67% की मजबूती रही। इसके उलट आईटी और एफएमसीजी सेक्टर में गिरावट रही।
सेंसेक्स में ज़ोमैटो, आईसीआईसीआई बैंक, अडाणी पोर्ट्स, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बीईएल, कोटक बैंक, टाटा मोटर्स, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी और पावर ग्रिड जैसे शेयर हरे निशान पर बंद हुए। जबकि रिलायंस, एचसीएल टेक, टीसीएस, आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर में गिरावट रही।
निफ्टी 50 के 28 शेयरों में तेजी, 21 में गिरावट और एक शेयर स्थिर रहा।
मिड और स्मॉल कैप में जोरदार तेजी
बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में मिड और स्मॉल कैप शेयरों में ज्यादा तेजी रही। निफ्टी मिडकैप 100 में 363.85 अंकों की छलांग, निफ्टी नेक्स्ट 50 में 278 अंकों की बढ़त और निफ्टी 100 में 121 अंकों की तेजी दर्ज की गई।
वैश्विक संकेत और मैक्रो फैक्टर्स पर नजर
सरकार की ओर से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश बढ़ाने की संभावनाओं ने बाजार को सहारा दिया। हालांकि अमेरिका और भारत के बीच व्यापार वार्ताओं को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे निवेशकों में थोड़ी सतर्कता भी रही।
डॉलर के मुकाबले रुपया 0.18% कमजोर होकर 86.25 पर पहुंचा। इस हफ्ते फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल का भाषण विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव ला सकता है, जिस पर निवेशकों की नजर है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के जतिन त्रिवेदी के अनुसार, आगामी मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज पीएमआई जैसे प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर भी बाजार की नजर बनी रहेगी।