मुंबई, 13 अगस्त: भारत की खुदरा मुद्रास्फीति में 8 साल के निचले स्तर तक की तेज गिरावट के बाद बुधवार को भारतीय इक्विटी बाजार मजबूती के साथ बंद हुए। इस सकारात्मक खबर से मिडकैप शेयरों और ऑटो और मेटल जैसे दर-संवेदनशील क्षेत्रों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली।
जुलाई के लिए भारत का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) घटकर 1.55% हो गया, जो जून 2017 के बाद का सबसे निचला स्तर है। इस खबर से उत्साहित होकर, BSE सेंसेक्स 304 अंक या 0.38% बढ़कर 80,539.91 पर बंद हुआ। NSE निफ्टी 50 ने 131.95 अंकों या 0.54% की बढ़त के साथ 24,619.35 पर कारोबार समाप्त किया।
रैली का प्रभाव काफी व्यापक था, जिसमें निफ्टी मिडकैप 100 में 0.63% और निफ्टी स्मॉल कैप 100 में 0.66% की बढ़ोतरी हुई। सेक्टोरल स्तर पर, निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1.12% की बढ़त के साथ शीर्ष प्रदर्शनकर्ता रहा।
विश्लेषकों ने बताया कि चीन की टैरिफ समय सीमा में विस्तार और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के कारण वैश्विक भावना में भी सुधार हुआ। भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 23 पैसे मजबूत होकर 87.51 पर पहुंच गया। बाजार के भागीदार अब 15 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच होने वाली बैठक पर नजर बनाए हुए हैं।
2. मुख्य बातें (बुलेटेड सारांश)
बाजार की मुख्य बातें: बुधवार की रैली पर एक नजर
- प्रमुख सूचकांक ऊपर बंद हुए:
- सेंसेक्स: 80,539.91 पर बंद हुआ (+304 अंक, +0.38%)
- निफ्टी 50: 24,619.35 पर बंद हुआ (+131.95 अंक, +0.54%)
- मुख्य कारण: भारत की खुदरा मुद्रास्फीति (CPI) जुलाई में 8 साल के निचले स्तर 1.55% पर आ गई, जिससे निवेशकों की धारणा मजबूत हुई।
- बाजार की भागीदारी: रैली का फायदा पूरे बाजार में दिखा, जिसमें मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप 100 में 0.63% का उछाल आया।
- सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सेक्टर्स:
- निफ्टी ऑटो: +1.12%
- निफ्टी बैंक: +0.25%
- निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज: +0.39%
- मुद्रा: घरेलू बाजार में सकारात्मक खबरों से रुपया डॉलर के मुकाबले 87.51 पर मजबूत हुआ।
- वैश्विक संकेत: बाजार अब 15 अगस्त को होने वाली ट्रंप-पुतिन बैठक से मिलने वाले संकेतों का इंतजार कर रहे हैं।