सेंसेक्स 345 अंकों की गिरावट के साथ बंद; तिमाही नतीजों और अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता पर नजर
घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली। साप्ताहिक डेरिवेटिव्स एक्सपायरी और तिमाही नतीजों की शुरुआत से पहले निवेशकों की सतर्कता के चलते बाजार में अस्थिरता बनी रही। इसके अलावा भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति की प्रतीक्षा भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित कर रही है।
कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 345 अंक, यानी 0.41% की गिरावट के साथ 83,190 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 121 अंक, यानी 0.47% की गिरावट के साथ 25,355 पर आकर रुका।
मध्यम और लघु शेयरों का प्रदर्शन
बीएसई के व्यापक बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला:
- मिड-कैप सूचकांक में 0.28% की गिरावट रही।
- वहीं, स्मॉल-कैप सूचकांक ने शुरुआती नुकसान से उबरते हुए 0.12% की बढ़त दर्ज की।
सेंसेक्स: टॉप गेनर और लॉसर्स
सेंसेक्स के 30 में से सिर्फ 6 शेयर ही बढ़त के साथ बंद हो सके:
- मारुति सुजुकी टॉप गेनर रही, इसमें 1.36% की बढ़त दर्ज हुई।
- टाटा स्टील में 1.04%, और
- बजाज फाइनेंस में 0.7% की मजबूती देखी गई।
वहीं, नुकसान उठाने वाले प्रमुख शेयरों में:
- भारती एयरटेल में 2.62% की गिरावट रही,
- एशियन पेंट्स में 1.9%, और
- इंफोसिस में 1% से अधिक की गिरावट रही।
बीएसई सेक्टोरल परफॉर्मेंस
बीएसई के 21 सेक्टरल इंडेक्स में से केवल 4 इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए:
- बीएसई रियल्टी इंडेक्स में 0.69% की बढ़त रही,
- मेटल्स इंडेक्स 0.4% चढ़ा,
- जबकि यूटिलिटीज में हल्की बढ़त देखी गई (0.03%)।
गिरावट वाले क्षेत्रों में:
- टेक्नोलॉजी (Teck) इंडेक्स 1.17% टूटा,
- टेलीकॉम इंडेक्स में 1.11%,
- और कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.4% की गिरावट दर्ज की गई।
बाजार की चौड़ाई और अन्य आंकड़े
बीएसई पर बाजार की चौड़ाई नकारात्मक रही:
- 2064 शेयरों में गिरावट,
- 1959 शेयर बढ़त में,
- और 138 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
एनएसई पर:
- 68 शेयरों ने अपने 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर को छुआ,
- जबकि 28 शेयर अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंचे।