STOCK MARKETS AUG 21:सीमित दायरे के कारोबार में मामूली बढ़त के साथ बंद हुए सेंसेक्स और निफ्टी

घरेलू इक्विटी सूचकांक आज सीमित दायरे में कारोबार के बाद मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 143 अंक या 0.17% की बढ़त के साथ 82,001 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 33 अंक या 0.13% की बढ़त के साथ 25,084 पर बंद हुआ।

हालांकि, व्यापक बाज़ार का प्रदर्शन मिला-जुला रहा। मिड-कैप इंडेक्स में 0.1% से ज़्यादा की गिरावट आई, जबकि स्मॉल-कैप इंडेक्स बिना किसी बदलाव के बंद हुआ।


प्रमुख कंपनियों का प्रदर्शन

सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 16 नुकसान में रहीं। सबसे ज़्यादा गिरावट दर्ज करने वाली कंपनियों में पावर ग्रिड (1.5% की गिरावट), एटरनल (लगभग 1.5% की गिरावट) और हिंदुस्तान यूनिलीवर (1% से ज़्यादा की गिरावट) शामिल रहीं।

वहीं, लाभ में रहने वाली शीर्ष कंपनियों में बजाज फाइनेंशियल सर्विसेज (1.1% से ज़्यादा की बढ़त), आईसीआईसीआई बैंक (लगभग 1.1% की बढ़त) और बजाज फाइनेंस (0.9% की बढ़त) शामिल थीं।

सेक्टोरल प्रदर्शन

बीएसई के 21 सेक्टोरल सूचकांकों में से 11 हरे निशान में बंद हुए। हेल्थकेयर 0.6%, रियल्टी 0.4%, और इंडस्ट्रियल्स 0.2% बढ़त के साथ शीर्ष लाभार्थी रहे। वहीं, पावर सेक्टर 0.9%, यूटिलिटीज 0.6% और सर्विसेज 0.5% तक गिरे।

बाज़ार का रूझान

कुल मिलाकर बीएसई में बाज़ार की चौड़ाई हल्की सकारात्मक रही। 2,094 शेयरों में बढ़त, 2,000 शेयरों में गिरावट, जबकि 154 शेयर बिना बदलाव के बंद हुए। विश्लेषकों के अनुसार, यह दर्शाता है कि निवेशकों का रुख फिलहाल सतर्क है और वे बड़े निर्णय लेने से पहले नए संकेतों का इंतज़ार कर रहे हैं।

वैश्विक और घरेलू संकेत

वैश्विक स्तर पर एशियाई बाज़ारों में मिला-जुला कारोबार रहा। अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की ब्याज़ दरों को लेकर संकेतों और कच्चे तेल की ऊँची कीमतों ने निवेशकों को चिंतित किया। घरेलू स्तर पर ध्यान अब सितंबर की शुरुआत में होने वाली आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक, प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजों और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की गतिविधियों पर केंद्रित है।

हाल के दिनों में एफआईआई ने बिकवाली का रुख अपनाया है, जिससे अस्थिरता बढ़ी है। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) और खुदरा निवेशकों की मज़बूत भागीदारी ने बाज़ार को गिरावट से संभाले रखा। एक मुंबई-आधारित फंड मैनेजर ने कहा, “बाज़ार फिलहाल रिकॉर्ड स्तरों के पास समेकन की स्थिति में है। निवेशक नतीजों और नीतिगत टिप्पणियों के साथ-साथ वैश्विक संकेतों से नए ट्रिगर्स का इंतज़ार कर रहे हैं।”


क्षेत्रीय प्रदर्शन

बीएसई पर 21 में से 11 क्षेत्रीय सूचकांकों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया। सबसे ज़्यादा बढ़त दर्ज करने वाले क्षेत्रों में हेल्थकेयर (0.6%), रियल्टी (0.4% से ज़्यादा) और इंडस्ट्रियल्स (0.2% से ज़्यादा) शामिल थे।

नुकसान में रहने वाले क्षेत्रों में पावर (0.9% से ज़्यादा की गिरावट), यूटिलिटीज (0.6% से ज़्यादा की गिरावट) और सर्विसेज (0.5% से ज़्यादा की गिरावट) शामिल थे।

कुल मिलाकर, बाज़ार की स्थिति सकारात्मक रही, जिसमें 2,094 कंपनियों के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि 2,000 में गिरावट आई और 154 कंपनियां अपरिवर्तित रहीं।

profile picture

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *