— घरेलू शेयर बाजारों ने शुक्रवार को लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट के साथ कारोबार खत्म किया। आईटी और बैंकिंग शेयरों में भारी बिकवाली और अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता से पहले निवेशकों की सतर्कता ने बाजार की धारणा पर असर डाला।
कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 503 अंक गिरकर 81,757 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 143 अंक टूटकर 24,968 पर आ गया, जो 25,000 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे है। मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में भी 0.6% से अधिक की गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 23 के शेयर लाल निशान में बंद हुए। प्रमुख गिरने वाले शेयरों में ऐक्सिस बैंक सबसे आगे रहा, जिसमें 5.2% की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (-2.3%) और भारती एयरटेल (-1.5%) भी टॉप लूजर्स में शामिल रहे। वहीं, बजाज फाइनेंस (1.9%), टाटा स्टील (1.66%), और आईसीआईसीआई बैंक (0.5%) लाभ में रहे।
बीएसई के 21 सेक्टोरल इंडेक्स में से 18 लाल निशान में बंद हुए। कैपिटल गुड्स, बैंकिंग और इंडस्ट्रियल सेक्टर में सबसे ज्यादा दबाव रहा। वहीं मेटल इंडेक्स (0.4%), फोकस्ड आईटी (0.05%), और सर्विसेज सेक्टर (0.02%)** मामूली बढ़त में रहे।
बीएसई में 2,389 शेयरों में गिरावट, 1,660 में बढ़त, जबकि 159 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। एनएसई पर 69 शेयरों ने 52-सप्ताह का उच्च स्तर छुआ, जबकि 19 ने निचला स्तर बनाया।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता और वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए आने वाले दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।